आरपीएससी आरएएस मुख्य परीक्षा प्रश्न पत्र-II पाठ्यक्रम

परीक्षा बोर्डराजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी)
परीक्षा का नामराजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी (मुख्य) परीक्षा
पाठ्यक्रम वर्ष2023
पाठ्यक्रम भाषाहिन्दी

परीक्षा की योजना एवं पाठ्यक्रम-

  • मुख्य परीक्षा में प्रविष्ट किये जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या, उस वर्ष में परीक्षा के माध्यम से भरी जाने वाली रिक्तियों की कुल अनुमानित संख्या का 15 गुणा होगी, किन्तु उक्त रेंज में उन समस्त अभ्यर्थियों को, जिन्होंने वही अंक प्राप्त किये हैं, जैसा आयोग द्वारा किसी निम्नतर रेंज के लिए नियत किया जाये, मुख्य परीक्षा में प्रवेश दिया जायेगा।
  • लिखित परीक्षा में चार प्रश्न-पत्र होंगे जो वर्णनात्मक/ विश्लेषणात्मक होंगे।
  • अभ्यर्थी को चारों प्रश्नपत्र देने होंगे जिनमें संक्षिप्त, मध्यम, दीर्घ उत्तर वाले और वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्नों वाले प्रश्नपत्र भी होंगे।
  • सामान्य हिन्दी और सामान्य अंग्रेजी का स्तरमान सीनियर सैकैण्डरी स्तर का होगा।
  • प्रत्येक प्रश्न-पत्र के लिए अनुज्ञात समय 3 घण्टे होगा।
प्रश्न पत्रII
प्रश्न पत्र विषयसामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
प्रश्न पत्र की भाषाहिन्दी व अंग्रेजी
प्रश्न पत्र का प्रकारलिखित परीक्षा
समय3 घंटे
अधिकतम अंक200

प्रश्न पत्र- II (सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन)

  • इकाई- I (प्रशासकीय नीतिशास्त्र)
  • इकाई- II (सामान्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी)
  • इकाई- III (पृथ्वी विज्ञान- भूगोल एवं भू-विज्ञान)

इकाई- I (प्रशासकीय नीतिशास्त्र)-

  • नीतिशास्त्र एवं मानवीय मूल्य- महापुरुषों, समाज सुधारकों तथा प्रशासकों के जीवन से प्राप्त शिक्षा। परिवार, सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं का मानवीय मूल्यों को विकसित करने में योगदान।
  • नैतिक संप्रत्यय- ऋत एवं ऋण, कर्त्तव्य की अवधारणा, शुभ एवं सद्गुण की अवधारणा।
  • निजी एवं सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र की भूमिका- प्रशासकों का आचरण, मूल्य एवं राजनैतिक अभिवृत्ति, सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार।
  • भदवद् गीता का नीतिशास्त्र एवं प्रशासन में इसकी भूमिका।
  • गांधी का नीतिशास्त्र।
  • भारतीय एवं विश्व के नैतिक चिंतकों एवं दार्शनिकों का योगदान।
  • प्रशासन में नैतिक चिन्ता, द्वन्द एवं चुनौतियां।
  • नैतिक निर्णय-प्रक्रिया तथा उसमें योगदान देने वाले कारक; सामाजिक न्याय, मानवीय चिन्ता, शासन में जवाबदेही एवं नैतिक आचार संहिता।
  • उपरोक्त विषयों पर आधारित केस अध्ययन।

इकाई- II (सामान्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी)-

  • दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान; द्रव्य की अवस्थाएं; परमाण्विक संरचना; धातु, अधातु और उपधातु, धातुकर्म सिद्धांत और विधियाँ, महत्वपूर्ण अयस्क और मिश्र धातु; अम्ल, क्षार और लवण, pH और बफर की अवधारणा; महत्वपूर्ण औषधियां (संश्लेषित और प्राकृतिक), एंटीऑक्सिडेंट, परिरक्षक, कीटनाशी, पीड़कनाशी, कवकनाशी, शाकनाशी, उर्वरक, योजक और मधुरक; कार्बन, इसके यौगिक और उनके घरेलू और औद्योगिक अनुप्रयोग; रेडियोधर्मिता- अवधारणाएं और अनुप्रयोग।
  • दैनिक जीवन में भौतिकी; गुरुत्वाकर्षण; मानव नेत्र और दोष; ऊष्मा; स्थिर एवं धारा वैद्युतिकी; चुंबकत्व, वैद्युत चुंबकत्व, ध्वनि एवं विद्युत चुंबकीय तरंगे; चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग और नाभिकीय चुंबकीय अनुनाद; नाभिकीय विखंडन और संलयन।
  • कोशिका; मानव में नियंत्रण और समन्वय, प्रजनन, उत्सर्जन, श्वसन, परिसंचरण और पाचन तंत्र; रक्त समूह, रक्त की संरचना और कार्य; हार्मोन; आनुवांशिक एवं जीवन शैली के रोग; मानव रोग- संचारी और गैर-संचारी, एंडेमिक, एपिडेमिक, पैनडेमिक रोग- इनके निदान और नियंत्रण, प्रतिरक्षीकरण और टीकाकरण; ड्रग्स एवं एल्कोहल का दुरुपयोग; पादप के भाग और उनके कार्य, पादपों में पोषण, पादप वृद्धि नियंत्रक, पादप में लैंगिक और अलैंगिक प्रजनन, राजस्थान के विशेष संदर्भ में महत्वपूर्ण औषधीय पौधे; जैविक खेती; जैव प्रौद्यौगिकी और उसके अनुप्रयोग।
  • आधारभूत कंप्यूटर विज्ञान; नेटवर्किंग और प्रकार; एनालॉग और डिजिटल दूरसंचार; आवृत्ति स्पेक्ट्रम; मोबाइल टेलीफोनी, सूचना और संचार प्रौद्यौगिकी में नूतन विकास-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस; बिग डेटा, क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, क्रिप्टो करेंसी, ओटीटी प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया और उनके प्रभाव; भारत में आईटी उद्योग, डिजिटल इंडिया पहल।
  • विज्ञान और प्रौद्यौगिकी में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान, वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति- रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, ऑगमेंटेड रियलिटी, नैनो प्रौद्योगिकी, आरएफआईडी, क्वांटम कंप्यूटिंग आदि; राजस्थान में विज्ञान और प्रौद्यौगिकी का विकास, विज्ञान और प्रौद्यौगिकी से संबंधित सरकार की नीतियाँ।
  • अंतरिक्ष प्रौद्यौगिकी- भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, उपग्रह और उनकी कक्षाएं, विभिन्न प्रक्षेपण यान, सुदूर संवेदन।
  • रक्षा प्रौद्यौगिकी- मिसाइलें, भारतीय मिसाइल कार्यक्रम, रासायनिक और जैविक हथियार।

इकाई- III (पृथ्वी विज्ञान- भूगोल एवं भू-विज्ञान)-

  • खंड- अ (विश्व का भूगोल)
  • खंड- ब (भारत का भूगोल)
  • खंड- स (राजस्थान का भूगोल)

खंड- अ (विश्व का भूगोल)-

  • पृथ्वी की संरचना एवं भूवैज्ञानिक समय सारिणी।
  • प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ : पर्वत, पठार, मैदान, मरुस्थल।
  • भूकंप एवं ज्वालामुखी : प्रकार, वितरण एवं उनका प्रभाव।
  • प्रमुख भू-राजनीतिक समस्याएं।
  • प्रमुख पर्यावरण संबंधी मुद्दे।

खंड- ब (भारत का भूगोल)-

  • प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ : पर्वत, पठार, मैदान, मरुस्थल।
  • भारत का प्रमुख भू-आकृतिक विभाजन।
  • प्रमुख नदियाँ।
  • जलवायु : मानसून की उत्पत्ति, जलवायु विशेषताएं, वर्षा का वितरण एवं जलवायु प्रदेश।
  • प्राकृतिक संसाधन : प्रकार एवं उनका उपयोग
  • (क) जल, वन एवं मृदा संसाधन
  • (ख) शैल एवं खनिज।
  • जनसंख्या : वृद्धि, वितरण, घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता, नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्या।

खंड- स (राजस्थान का भूगोल)-

  • प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ : पर्वत, पठार, मैदान, मरुस्थल।
  • प्रमुख नदियाँ एवं झीलें।
  • जलवायु : विशेषताएं एवं उनका वर्गीकरण।
  • प्रमुख वनस्पति प्रकार।
  • कृषि- प्रमुख फसलें : उत्पादन व वितरण।
  • धात्विक एवं अधात्विक खनिज : प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग।
  • परम्परागत एवं गैर-परम्परागत ऊर्जा संसाधन।
  • वन्यजीव एवं जैव विविधता : चुनौतियां एवं संरक्षण।
  • यूनेस्को की भू-पार्क एवं भू-धरोहर स्थल संकल्पना : राजस्थान में संभावनाएं।
  • प्रमुख पर्यावरण संबंधी मुद्दे।

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